छोटी बहन जानवी को घोड़ी बनाकर चुदाई
हाय पाठको, यह मेरी पहली कहानी है, मेरा नाम मोनूहै, मेरी उम्र चौबीस साल है, मैंने अपनी पढ़़ाई पूरी कर ली है, मेरी लम्बाई पूरी छः फ़ुट की है, और मेरा तगड़ा लण्ड आठ इंच लम्बा है।
यह कहानी बताने में मुझे बहुत मजा आ रहा है लेकिन इसे जब मैंने अन्जाम दिया तब तो मुझे बहुत मजा आया,
मेरी चचेरी बहन जानवी अभी 19 साल की है जिसको मैंने चोदा था, लंबाई उसकी ज्यादा नहीं है कोई पाँच की होगी, लेकिन उसकी चूचियाँ बड़ी-बड़ी है, वो स्मार्ट भी है है, उसकी गाण्ड पीछे से उभरी हुई भी है,
एक दिन जब हम लोग सभी शादी में गए थे उस दिन वो घर में थी, हम लोग सब शादी में थे तभी उसकी मम्मी ने मुझे घर जाने को कहा, खाना लेकर जाना था,
मैंने गाड़ी निकाली फ़िर जब मैं घर में पहुंचा तो मैंने दखा कि घर में कोई नहीं था, फ़िर मुझे बाथरूम से पानी गिरने की आवाज आई, वो नहा रही थी,
फ़िर मैं बैठ गया फ़िर मैंने देखा कि उसके बाथरूम के दरवाजे में होल था, मैंने जब उस होल से अन्दर देखा तो मेरे होश उड़ गए, जानवी अपने हाथ से अपनी पुद्दी को सहला रही थी,
यह देख कर मैं पागल हो गया, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, फ़िर मैंने देखा कि वो अपने हाथों से अपनी चूचियों को सहला रही थी, उसके चेहरे के भाव देख कर मेरा लण्ड खड़ा हो गया, मैं अपने लण्ड को सहला रहा था, फ़िर देखने लगा,
मुझे यकीन नहीं हो रहा था यह ऐसे भी कर सकती है, फ़िर मैंने सोचा कि हर लड़की की चाहत होती है, फ़िर उसने अपने गद्दे को सहलाया, फ़िर उसमे उसने पानी डाला और फ़िर वो नहाने लगी,
मैं बाहर जाकर बैठ गया, वो कपड़े पहन कर जैसे ही बाहर आई,
मैंने अपने लण्ड को सहलाया, उसने मेरे लण्ड की तरफ़ देखा, फ़िर मैंने कहा, ‘मैं तुझे खाना देने आया हूँ,’
फ़िर वो किचन में गई, मैं भी उसके पीछे गया, फ़िर मैंने हिम्मत करके उसके कंधे पर हाथ लगाने लगा, वो वहाँ से चली गई, वो बाल झटकने लगी थी,
मैंने कहा- ‘मैं बाल झटक देता हूँ,’
जानवी चुदने को हुई राजी
फ़िर मैं उसके बाल झटकने लगा, मैंने उसके बाल उसके बूबस के उपर रख दिए और हाथ लगाने लगा, वो समझ गई कि मैं क्या चाहता हूँ,
फ़िर मैं उसके बूबस को दबाने लगा, वो शरमाने लगी और नजरें झुकाए जाने लगी, फ़िर मैंने उसे पकड़ा और उसके स्तनों को दबाने लगा, वो मदहोश होने लगी, मैं उसके पेट पर हाथ घुमाने लगा,
उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चड्डी के अन्दर डाल दिया, मैं उसकी पुद्दी को सहलाने लगा, वो गर्म हो गई थी, फ़िर मैं उसको चूमने लगा, वो मुझे इस काम में सहायता करने लगी,
उसका हाथ पकड़ कर मैंने अपने लण्ड पर रख दिया, वो जम कर पकड़ कर दबाने लगी और फ़िर वो नीचे बैठ गई,
मेरी पैंट की जिप खोली और 8 इंच लम्बा लण्ड बाहर निकाल लिया, वो तो लण्ड को देख कर पागल हो गई,
वो बोली- ‘यह लण्ड मेरी प्यारी पुद्दी में जाएगा तो मैं तो मर जाऊँगी,’
मैंने कहा- ‘पहले इसे मुँह में तो ले,’
वो बड़े प्यार से जुबान से चाटने लगी, मेरे मुँह से आवाज़ आने लगी- ‘पूरा मुँह में घुसेड़ ले !’
मुझे बहुत मजा आ रहा था, फ़िर मैंने उसके पूरे कपड़े उतार दिए, वो शरमा गई,
मैंने कहा- ‘पहले कभी सेक्स किया है?’
वो बोली- ‘नहीं,’
मैंने बोला- ‘मैं ही तेरी सील आज तोड़ूंगा, बहुत मजा आएगा,’
फ़िर मैं उसके चूचों को जम कर दबाने लगा, वो ‘आह आह्ह’ करने लगी, उसके गुलाबी गुलाबी निप्पल बहुत प्यारे दिख रहे थे, उसको मैं अपने दांतो से काटने लगा,
वो जोर से आह्ह करने लगी, बोली- ‘जम कर दबाओ मुझे आज जवान लड़की बना दो,’
मैंने अपना मुख उसके पुद्दी पर रख दिया और चाटने लगा, पुद्दी की खुशबू बहुत प्यारी थी, मैंने एक घण्टे तक उसकी पुद्दी चाटी,
जानवी की कुँवारी पुद्दी चुदाई
वो मदहोश हो गई, वो बोली- ‘मेरी पुद्दी फाआड़ दो आह आह आह् और जमम केईई,’
मैंने अपना लण्ड उसके पुद्दी पर रख दिया, एक गर्म लोहे की सलाख की तरह जल रहा था मेरा लण्ड,
वो बोली ‘कितना गर्म है तुम्हारा लण्ड,’ मैंने होल पे रखा और पुश किया, वो चिल्लाई,
मैंने फ़िर घुसेड़ा, लेकिन मेरा लण्ड छेद से बाहर निकल गया, वो बोली ‘जा के पहले सीख कर आओ फ़िर मेरी पुद्दी फ़ाड़ना,’
मुझे गुस्सा आया, मैंने उसकी टांगो को फ़ैलाया और लण्ड डाल दिया,
वो चिल्लाई, बोली ‘मत करो बहुत दर्द हो रहा है,’ लेकिन मैं कहाँ रुकने वाला था वो दर्द से चिल्ला रही थी, ‘आह्ह नहीई धीरेए प्लीलीज सीई!’
थोड़ी देर बाद वो मदमस्त हो गई और बड़े प्यार से लेने लगी और बोली, ‘मेरे राजा जरा जम के चोदो, मजा आ रहा है,’
उसकी पुद्दी से खून निकलने लगा, वो डर गई, मैंने कहा डरना नहीं, ऐसा पहली बार होता है,
वो समझ गई और मैं फ़िर चोदने लगा बहुत मजा आ रहा था, फ़िर मैंने उसके दोनों बूबस के बीच में लण्ड रगड़ने लगा, बहुत मजा आ रहा था,
फ़िर उसके पुद्दी चाटने लगा, फ़िर पुद्दी में उंगली डालने लगा, फ़िर 8 इंच लम्बा लण्ड डाल दिया,
वो बोली ‘फ़ाड़ दो राजा आह,’ 20 मिनट तक चोदने के बाद वो ठण्डी होने लगी थी,
मेरा माल भी गिरने वाला था, मैंने अपना लण्ड बाहर निकाला और उसके मुख में डाल दिया,
वो बड़े प्यार से चाटी और हम दोनों बाथरूम में चले गए नहाने लगे,
वो मुझे नहला रही थी, ‘बहुत मजा आ रहा था!’
वो फ़िर बैठ कर मेरे लण्ड को मुँह में भर के चूसने लगी,
मेरा लण्ड फ़िर खड़ा हो गया, फ़िर मैंने उसे बाथरूम में चोदा, वो बिल्कुल मदमस्त हो गई थी, मैंने उसको कपड़ा पहनाया,
इस घटना के बाद मैं उसको दो बार और चोद चुका हूँ, यह बात अक्टूबर 2002 की है,
बस दोस्तो यह कहानी है मेरी, यकीन आए या ना आए पर है बिल्कुल सत्य, अगर किसी को मुझसे कोई शिकायत है इसके बारे में तो मुझे मेल करें।