घर का वो हसीन राज़
1. विकास मल्होत्रा (32 वर्ष) - बड़ा भाई
- लंबा, गोरा, छरहरे बदन वाला
- प्राइवेट बैंक में असिस्टेंट मैनेजर
- सीरियस स्वभाव, लेकिन पत्नी के सामने नरम
2. प्रिया मल्होत्रा (28 वर्ष) - भाभी
- मध्यम कद, गोरी चिट्टी, घने काले बाल
- हाउसवाइफ (लेकिन पढ़ी-लिखी)
- मस्तमौला स्वभाव, शरारती मुस्कान
3. राहुल मल्होत्रा (22 वर्ष) - छोटा भाई/देवर
- 5'11", एथलेटिक बॉडी
- कॉलेज का लास्ट ईयर
- क्रिकेट का शौकीन, लड़कियों में पॉपुलर
4. सुमन मल्होत्रा (50 वर्ष) - मां
- सख्त लेकिन प्यार करने वाली
- पूरा दिन रसोई और सास-बहू सीरियल्स में बिताने वाली
5. रमेश मल्होत्रा (55 वर्ष) - पिता
- रिटायर्ड बैंक अधिकारी
- अखबार और शतरंज में व्यस्त
एक साधारण मिडिल क्लास फैमिली जैसा दिखने वाला यह घर छुपे हुए राज़ों से भरा था। विकास की नौकरी के चलते देर रात तक ऑफिस जाने की आदत ने प्रिया को अकेला छोड़ दिया था। और राहुल... उसकी नज़रें हमेशा अपनी भाभी के घर के काम करते हुए झुके हुए कुर्ते से झांकते हुए नज़ारों पर टिकी रहतीं।
सुबह के 8 बजे, घर में सिर्फ प्रिया और राहुल। विकास ऑफिस गया हुआ है, सास मंदिर गए हैं। राहुल बाथरूम में नहाने गया, लेकिन दरवाजा पूरी तरह बंद नहीं किया...
प्रिया किचन में नाश्ता बना रही थी जब उसकी नज़र बाथरूम की तरफ गई। हल्के से खुले दरवाजे के अंदर...
*"ये...ये क्या?"*
राहुल नंगा खड़ा था, पीठ उसकी तरफ। पानी का छींटा उसकी मस्कुलर बॉडी पर बह रहा था। प्रिया की सांसें तेज हो गईं जब राहुल ने मुड़कर साबुन लगाना शुरू किया...
*"ओह माय गॉड!"*
उसकी आँखें सीधे राहुल के 7 इंच के कड़े लंड पर टिक गईं, जो उसके लोहे जैसे पेट के नीचे लटक रहा था।
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प्रिया के हाथ से कलछी गिर गई। *"क्लैट!"*
आवाज़ सुनकर राहुल ने झटके से दरवाज़ा खोला - *"भाभी? कुछ हुआ?"*
दोनों के बीच वो भयानक खामोशी...
प्रिया की नज़रें नीचे गईं... और फिर सीधे उस जगह पर अटक गईं जहां राहुल का लंड अभी भी खड़ा हुआ था!
*"अ...अपना तौलिया लगा लो!"* प्रिया ने लड़खड़ाती आवाज़ में कहा, लेकिन उसके शरीर ने बता दिया कि वह कितनी उत्तेजित हो चुकी है - उसके निप्पल्स कुर्ते के अंदर ही खड़े हो गए थे।
उतने में आवाज आई प्रिया चाय नाश्ता मिलेगा या नहीं, ससुर ने कहा,
प्रिया अपने ससुर को चाय नाश्ता देने चली गई।
रात के 11 बजे, शयनकक्ष में अंधेरा छाया हुआ है। प्रिया बिस्तर पर अकेली लेटी है, उसकी नजरें घड़ी पर टिकी हैं। विकास आज फिर लेट हो गया है...
प्रिया ने अपनी नाइटी की स्ट्रैप्स ढीली की और हाथ धीरे से अपने स्तनों पर फेरा।
*"आज भी नहीं आएगा क्या...?"*
मोबाइल पर विकास का मैसेज चमका:
*"मीटिंग खत्म नहीं हुई, तुम सो जाओ"*
प्रिया ने मुंह बनाया और तकिए पर सिर पटक दिया। उसके नीचे एक अजीब सी गर्मी फैल रही थी।
प्रिया ने नाइटी उतार फेंकी। उसके भारी स्तन (36D) बिना ब्रा के ऊपर-नीचे हुए। उसने अपने गुलाबी निप्पल्स को उंगलियों से दबाया -
*"उम्म्म... कितनी टेंशन है आज..."*
दाहिने हाथ से वह अपने स्तन को मसलने लगी, बाएं हाथ से निप्पल को घुमा-घुमाकर खींचा। निप्पल्स सख्त होकर खड़े हो गए, जैसे कोई बुला रहा हो...
उसकी उंगलियां अब नीचे सरकीं। मोटे होंठों वाली चूत पहले से ही गीली थी। प्रिया ने अपनी मध्यमा उंगली चूत के ऊपर घुमाई -
*"चलच... इतनी जल्दी गीली हो गई?"*
उसने अपनी उंगलियों से होंठों को अलग किया। गुलाबी अंदरूनी हिस्सा चमक रहा था। धीरे से उंगली अंदर डाली -
*"आह! हां... ऐसे ही..."*
चूत की गर्मी ने उंगली को निगल लिया। प्रिया ने अपनी कलाई घुमाई, अंदर का मांस तंग होकर उंगली को दबाने लगा।
अब उसने दूसरा हाथ अपने स्तनों पर रखा। एक ही समय पर -
1. दाहिना हाथ: स्तन को जोर से दबाते हुए, निप्पल को चुटकी लेकर खींचना
2. बायां हाथ: चूत में दो उंगलियां डालकर तेजी से अंदर-बाहर
*"अह्ह! हां... येस! येस!"*
प्रिया के पैरों की उंगलियां तन गईं। उसकी चूत से "चप-चप" की आवाज आने लगी।
अचानक उसने अपनी क्लिट को रगड़ना शुरू किया। उसका पूरा शरीर कांप उठा -
*"आ आ आह्ह! आ रहा हूँ... ओह गॉड!"*
गाढ़ा सफेद पानी उसकी उंगलियों पर बह निकला। प्रिया ने अपनी चूत को थपथपाया, जैसे और निकालना चाहती हो।
तभी दरवाजे का शोर हुआ। राहुल खड़ा था, उसकी नजरें:
1. प्रिया के दूधिया स्तन जो अभी भी उछल रहे थे
2. उसकी गीली चूत जिससे अभी भी रस टपक रहा था
3. बिस्तर पर गिरा हुआ वाइब्रेटर
*"भाभी...मुझे प्यास लगी थी..."*
प्रिया ने चादर ओढ़नी चाही, लेकिन राहुल ने उसका हाथ पकड़ लिया
रात के 12:30 बजे, बेडरूम में वही रुका हुआ पल... प्रिया का हाथ राहुल की मजबूत पकड़ में।
प्रिया की आँखों में अब शर्म नहीं, बल्कि एक जंगली चमक थी। उसने राहुल को अपने पास खींचा और कान में फुसफुसाया:
*"तुम्हारी भाभी को आज बहुत...बहुत प्यास लगी है..."*
राहुल के होठ सूख गए जब प्रिया ने अपनी गीली चूत से अभी-अभी निकले हुए रस की एक बूंद उसकी उंगली पर लगा दी।
प्रिया ने अपने घुटनों के बल बैठकर राहुल के जांघों के बीच जगह बनाई। उसकी सांसें गर्म हो रही थीं जैसे वह किसी देवता की पूजा करने जा रही हो।
*"इतना मोटा...और नसों से भरा हुआ..."*
उसने अपने होंठों को गीला किया और लंड के सिरे को अपने निचले होंठ से छुआ। एक बूंद प्री-कम निकली, जिसे उसने जीभ से चाट लिया -
*"म्म्म...कितना नमकीन...तुम्हारा स्वाद..."*
1. **सिरे की पूजा:** जीभ से गोल-गोल घुमाते हुए स्लिट को चाटना
*"ऐसे...हां...वहीं..."*
2. **शाफ्ट का सम्मान:** लंबी लकीरें लेते हुए नीचे तक जाना, हर उभरी हुई नस को चाटना
*"तुम्हारी हर नस मेरे मुंह में धड़कती महसूस हो रही है..."*
3. **अंडकोष की सेवा:** एक हाथ से नीचे की तरफ, गोल-गोल मालिश करते हुए थैलों को चूमना
*"कितने भारी हैं ये...मुझे निगल लो..."*
प्रिया ने अपने हाथों से राहुल की जांघें पकड़ीं। उसने गहरी सांस ली और:
1. **धीमा प्रवेश:** पहले सिरे को होंठों से घेरा, फिर धीरे-धीरे 3 इंच अंदर
*"ग्लक...अह्ह..."*
2. **नाक का स्पर्श:** जब 6 इंच अंदर पहुंची, उसकी नाक राहुल के पेट से टकराई
*"ओह फक...भाभी...तुम..."*
3. **आंसू और लार:** आंखों से आंसू बहने लगे, लार की धारा चिन से बहकर लंड पर गिरी
1. **वैक्यूम सक्शन:** गाल अंदर की ओर दबाकर पूरा खिंचाव बनाया
*"ऐसे...हां...और जोर से!"*
2. **हैंड-माउथ कोऑर्डिनेशन:** एक हाथ से शाफ्ट को मरोड़ते हुए, मुंह से सिरे को चूसना
*"चुस...चुस...चुस..."* की रिदम
3. **बॉल मसाज:** दूसरे हाथ से अंडकोष को दबाते हुए हल्के से खींचना
राहुल का शरीर कांप उठा: *"मैं...मैं निकलने वाला..."*
प्रिया ने:
1. दोनों हाथों से उसकी जांघें जकड़ लीं
2. आंखें मूंदकर पूरा लंड गले में उतार लिया
3. गले की मांसपेशियों को सिकोड़कर निकलते वीर्य को सीधे ग्रहण किया
**"आ आ आह्ह! भाभी...तूने...ओह!"**
गाढ़ा गर्म वीर्य उसके गले की दीवारों से टकराया। प्रिया ने धीरे-धीरे मुंह खोला - एक भी बूंद बर्बाद नहीं हुई।
*"सारा पी लिया...अब तेरी बारी है मेरी चूत चाटने की..."*
- **लार के धागे:** मुंह से निकलते हुए 6 इंच लंबे सफेद धागे
- **अश्रु धारा:** आंखों से बहते आंसू गालों पर सूखे नमक के निशान छोड़ गए
- **वीर्य का तापमान:** गर्माहट का वर्णन जैसे गले में उबलता दूध उतरा हो।