Girlfriend की चूत चुदाई
मेरा नाम शरद है और मेरी गर्लफ्रेंड का नाम सुनिता है। सुनिता अभी 24 साल की है और उसकी फिगर 30-28-36 की है उसकी 36 इंच की गांड बड़ी ही मारू है, हर किसी की निगाह उसकी इस फाड़ू गांड पर ही ठहर जाती थी।
ये बात उस वक़्त की है, जब वो कॉलेज के दिनों में मेरे पास नजदीक आई थी। मेरी उसकी फ्रेंडशिप खुली विचारधारा पर आधारित थी। हम दोनों कई बार ग्रुप सेक्स का मजा उठा चुके थे।
इन दिनों काफी दिन से सुनिता को एक साथ कई लंड से चुदने का मजा नहीं मिला था। उसको अपने हर छेद में एक साथ लंड लेने में बड़ा मजा आता था। वो एक पक्की चुदक्कड़ थी। मुझे उसकी बड़ी अच्छी जमती थी।
एक दिन वो मेरे साथ मेरे रूम पर व्हिस्की का मजा ले रही थी। उसने दो पैग बनाए और मुझसे गिलास उठाने का कह कर मुझसे चियर्स बोल कर दारू पीने लगी। मैंने दो सिप लेकर उससे सिगरेट जलाने का कहा, तो उसने गोल्ड फ्लेक सिगरेट सुलगा ली।
दो दो पैग लेने के बाद हम दोनों सेक्स के मूड में आ गए थे। वो मेरे लंड को चूसने के बाद मेरे लंड पर सवार हो गई और मुझसे अपने मन की बात कहने लगी।
सुनिता ने कहा- यार अबकी बार बहुत दिन हो गए मुझे एक साथ कई लंड से चुदने का मजा नहीं मिला।
मैंने उससे कहा- चलो अबकी बार कुछ नया करते हैं।
उसने चूचे मेरे होंठों से लगाते हुए कहा- बताओ मेरी जान, क्या नया करने का प्लान है?
मैंने उससे कहा- अबकी बार हम लोग अजनबियों से ठुकाई करने का प्लान बनाते हैं।
उसको मेरी बात सही लगी लेकिन वो शंका जताते हुए बोली- अजनबियों से ठुकाई में किसी किस्म का मार पिटाई का खतरा तो नहीं रहेगा?
मैंने कहा- यार थ्रिल करने के लिए कुछ डिफरेंट करने में थोड़ी रिस्क तो उठानी हो पड़ेगी।
वो मेरी बात से सहमत हो गई और हम दोनों का दूसरे दिन बाइक करीब 75 किलोमीटर दूर एक टूरिस्ट प्लेस पर जाने का प्लान बन गया।
पहले तो मैंने उससे कहा- यार दूर है, बस से चलते हैं।
लेकिन उसने मना कर दिया, वो बोली- लोंग ड्राइव का मज़ा बाइक पर ही आएगा। इसमें ही तो खुली सड़क पर अजनबियों से मुलाकात होने की सम्भावना रहेगी।
मैं उसकी बात से राजी हो गया।
दूसरे दिन दोपहर के 3 बज रहे थे, जब हम निकले थे। हम दोनों मस्ती से जा रहे थे। कुछ देर बाद उसने बाइक रोकने को कहा- मुझे टॉयलेट जाना है।
ऐसे तो मैं उसे बहुत बार न्यूड देख चुका लेकिन जब वो सुसु करती है, तब उसे देखने का मज़ा ही कुछ और होता है। उसने ऊपर टी-शर्ट पहनी हुई थी और नीचे टाइट जीन्स थी। उसकी जीन्स इतनी टाइट रहती थी कि उसकी बड़ी गांड की वजह से 3-4 मिनट तो पैन्ट खोलने में ही लग जाते थे।
मैंने एक सेफ सी जगह देख कर बाइक रोकी, उधर रोड साइड थोड़ा गड्डे जैसा था। बाइक रोकते ही वो साइड में भागी। मैं भी टॉयलेट करने उसके साथ साइड में आ गया।
वो बोली- तुम मुझे मत देखो, मुझे शर्म आती है।
मैंने कहा- यार मैं तो तुमको पूरी नंगी तक देख चुका हूँ, इसमें कैसी शर्म?
वो बोली- बस आती है।
फिर उसने पैन्ट का बटन और ज़िप खोल कर अपनी पैन्टी के साथ ही पैन्ट को घुटनों तक कर दी।
क्या बताऊं उसकी भारी भरकम गांड देख कर तो लंड का पानी ऐसे ही छूट जाए। फिर वो किसी तरह नीचे बैठ गई और मूतने लगी।
मैं लगातार उसे सुसु करते देखता रहा। उसने एक बार मुझे देखा और वो हंसने लगी और बोली- ऐसे घूर के क्या देख रहे हो?
मैंने कुछ नहीं कहा, बस एक आंख मार दी।
फिर हम वहां से निकल गए। इसी तरह हम दोनों पूरे रास्ते चाय पानी आदि पीने को 2-3 जगह रुके। फिर पहुंचते पहुंचते 8 बज गए थे। मैंने मेरी जानकारी वाले एक होटल में फोन किया कि रूम बुक कर दें। हम 3-4 घंटे में आएंगे।
रात 8।30 बजे हम वहां से निकले। फिलहाल मैं बाइक काफ़ी तेज चला रहा था … ताकि जल्दी पहुंच जाएं … रात का समय था।
वो मुझसे बोली- आराम से चलो यार अच्छा लग रहा है … ठंडी ठंडी हवा आ रही है।
लेकिन पता नहीं क्यों … मुझे थोड़ा डर सा लग रहा था। क्योंकि वो रास्ता एकदम सुनसान था।
फिर वो बोली- बाइक रोको … सुसु करना है।
मैंने रोकी, उधर दूर दूर तक एक सिंगल लाइट तक नज़र नहीं आ रही थी। उसने ये नजारा देखा तो तो मस्त होकर रोड पर ही पैन्ट नीचे करके मूतने लग गई।
मैंने कहा- मरवाओगी क्या … कोई गाड़ी आ गई तो लेने के देने पड़ जाएंगे।
वो बोली- यही तो अड्वेंचर है … और मुझे ऐसे करने से ही तो डंडे मिलेंगे।
उसका मतलब लंड मिलने से था। अब मुझे लग रहा था कि इसको तो लंड मिल जाएंगे, लेकिन सालों ने मेरी गांड मार दी या मेरे साथ गलत किया तो मेरा क्या होगा।
खैर … उसकी बड़ी गांड देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया और उसके अड्वेंचर में मेरा वेंचर तन कर उसको चोदने के लिए मचलने लगा।
मैंने कहा- जल्दी से करो और चलो।
फिर हम वहां से निकले। थोड़ी ही दूर चले थे कि एक बड़ी सी गाड़ी बगल से निकली उसमें कुछ लौंडे बैठे थे। वो गाड़ी कुछ दूर निकल गई।
अब वो बाइक पर हाथ फैला कर खड़ी हो गई … उसे ऐसे ही लगने लगा था कि किसी और गाड़ी में उसके लिए लंड हो सकते थे।
मैंने कहा- बैठ जाओ यार।
पर वो बोली- मुझे मस्त हवा का मज़ा लेने दो … और मेरे लंड भी तो मुझे ढूँढने हैं।
इतने में पीछे से एक गाड़ी आ रही थी। वो मेरे एकदम पास से निकल गई। मैंने फिर कहा- बैठ जाओ यार … लोग क्या सोचेंगे।
मैं कहना तो ये चाहता था कि तुम्हारी गांड देख कर किसी का खड़ा हो गया, तो प्राब्लम हो जाएगी। सुनसान जगह है … बिना तेरी गांड मारे वो नहीं मानेगा।
तभी जो गाड़ी मेरे को पास करते हुए आगे निकली थी, वो गाड़ी आगे जाकर स्लो हो गई। इस वजह से हमारी बाइक उनसे आगे निकल गई। ऐसा एक दो बार हुआ, तो मुझे शक हुआ कि कुछ गड़बड़ है।
मैंने बाइक तेज की, लेकिन वो मेरे बराबर में गाड़ी चलाने लगे।
मैंने उनकी तरफ देखा तो उस गाड़ी में 4 लड़के बैठे थे … सभी 24-26 साल के यंग थे।
मैंने बाइक और तेज की, लेकिन थोड़ा सा आगे चलते ही उन्होंने गाड़ी तेज करके मेरी बाइक के आगे लगा दी, जिस वजह से मुझे बाइक रोकनी पड़ गई। वो चारों गाड़ी से उतरे, वे चारों ही पहवान किस्म के थे … जबकि उनके मुकाबले मैं एकदम दुबला पतला हूँ। मैं सीन देखकर एकदम से डर गया कि अब क्या होगा … कैसे निकले यहां से, किससे हेल्प मांगू। इधर दूर दूर तक कोई नज़र नहीं आ रहा था … ना कोई लाइट थी … एकदम सुनसान इलाका था, तो चिल्लाने का भी कोई मतलब नहीं निकलना था।
उनमें से एक बोला कि चल चुपचाप बाइक साइड में लगा दे।
मैं बोला- भैया जाने दीजिये।
तो बोले- हां तू चला जा, इस लड़की को यहीं छोड़ दे … क्योंकि ये तो अब हमसे यहां से चुदवा के ही जाएगी।
ये सुनकर सुनिता मन ही मन खुश हो गई उसे उसके लंड मिल गए थे। लेकिन वो डरने का नाटक करते हुए रोने लगी कि प्लीज़ हमें जाने दो।
फिर उसने जल्दी से अपने पर्स से एक गोली निकाल कर खा ली। मैं समझ गया कि इसने ये गोली अपनी काम शक्ति बढ़ाने के लिए खा ली है।
सुनिता अब चिल्लाने लगी- बचाओ बचाओ …
लेकिन कोई आसपास था ही नहीं … तो कौन हेल्प करने आता।
फिर उनमें से एक ने जाकर उसे पीछे से पकड़ लिया और सुनिता का मुँह हाथ से बंद कर दिया।
मैं फिर बोला- जाने दो प्लीज़।
वो बोले- या तो आराम से चलो … वरना अच्छा नहीं होगा।
मरता क्या न करता, मैं बाइक से उतर गया। उनमें से एक ने मेरी बाइक को साइड में झाड़ियों में ले जाकर खड़ी कर दी और हम दोनों गाड़ी में ज़बरदस्ती बैठा लिया।
फिर वो कच्चे रास्ते से अन्दर गाड़ी ले जाने लगे। खाली खेत पड़े थे, वे गाड़ी को उधर ले जा रहे थे। करीब एक किलोमीटर अन्दर चलने के बाद बहुत सी झाड़ियां सी आईं, वहां उन्होंने गाड़ी रोक ली। अब गाड़ी में वो सुनिता के बूब्स दबाने लग गए।
वो ड्रामा करते हुए चिल्लाने लगी- प्लीज़ जाने दो।
एक लड़का बोला- साली आराम से करवा ले … वरना दो लौड़े तो गांड में डालेंगे और दो ही चुत में पेल देंगे। हम सब छेद फाड़ने में एक्सपर्ट हैं।
इतना सुनकर सुनिता चुप हो गई और उनको देखने लगी।
फिर उन्होंने गाड़ी से एक दरी जैसी निकाली। शायद वो साथ लेकर आए थे। उस दरी को वहां गाड़ी के सामने की तरफ नीचे बिछा दिया। एक ने कैमरा निकाला और वीडियो शूट करना स्टार्ट कर दिया। एक लौंडे ने मेरी जीएफ सुनिता को खींच कर गाड़ी से निकाल कर उसे दरी पर बिठा दिया और बोला- चल कपड़े उतार … वरना फिर हम कपड़े फाड़ेंगे, तो तुझे यहां से नंगी ही घर जाना पड़ेगा … सोच ले।
वो बस सर झुकाए खड़ी रही।
फिर उनमें से एक लड़का पास आया और उसकी टी-शर्ट को पकड़ कर निकाल दिया। सुनिता ने रोकने की कोशिश की, लेकिन कुछ नहीं कर पाई। उसने अन्दर ब्लैक ब्रा पहन रखी थी।
टॉप उतारने के बाद वो लड़का बोला- पैन्ट उतार।
वो बोली- नहीं प्लीज़ … वो बोला- चल ठीक है … हम ही उतार देते हैं।
इतना कह के उन सबने पहले अपने कपड़े उतार दिए और पूरे नंगे हो गए। मैं भी उनके कसरती जिस्म देखता रह गया। उन सबके लंड इतने लंबे और मोटे थे कि मुझे एक अजीब सा रोमांच होने लगा। उन सभी के 7-8 इंच लंबे और 2 से 2।5 इंच मोटे लंड थे। मेरा लंड तो 6 इंच का ही है।
सुनिता तो खुद देख कर गर्म हो गई कि अब मजा आएगा। उसके सामने चारों लड़के नंगे खड़े थे। तभी एक ने उसे पकड़ कर दरी पर गिरा दिया और ज़बरदस्ती उसकी पैन्ट खोलने लगा।
वो रोल हो गई, वो जानबूझ कर उनको जींस खोलने नहीं दे रही थी। इस पर दो ने उसके हाथ पकड़ लिए और दो उसकी जींस निकालने में लग गए। एक ने आराम से उसकी जीन्स का बटन खोला, चैन खोली।
सुनिता बोली- प्लीज़ मत करो … हमें जाने दो।
फिर जो लड़का कैमरे से शूट कर रहा था, वो बोला- भाई इसको उल्टा कर दे, फिर जींस खोल … वीडियो में गांड पहले दिखानी है।
यह सुनकर सुनिता को उल्टा किया गया। उसकी जीन्स धीरे धीरे नीचे करने लगे। उसने पैन्टी के साथ स्टॉकिंग्स भी पहन रखे थे।
उसने वो सब पहने तो इसी सबके लिए थे क्योंकि हम दोनों पहले से ही यही सब सोच कर सेक्स करने आए थे। लेकिन हमें क्या पता था कि ऐसा कुछ इतनी जल्दी हो जाएगा।
एक बोला- भाई क्या मस्त माल लग रही है … ब्लैक ब्रा, ब्लैक पैन्टी और स्टॉकिंग्स में साली बिल्कुल पोर्न स्टार लग रही है। उन चारों के लंड तो जैसे फनफना रहे थे। सुनिता को इस हालत में देखा कर उन सभी के लौड़े और ज़्यादा टाइट हो गए।
फिर उस लड़के ने सुनिता की पैन्ट को एक साइड में फेंक दी और बोला- अब ये ढक्कन खोल दे अपने हाथों से चुपचाप … नहीं तो खींच कर फाड़ दूंगा।
ये सुनकर एक से रुका ही नहीं गया और उसने सुनिता की ब्रा खींच कर फाड़ दी और उसकी बॉडी से अलग कर दी। एक ने उसके दोनों हाथ पकड़ लिए, दूसरे ने स्टॉकिंग्स भी फाड़ कर अलग कर दिए।
अब सुनिता केवल पैन्टी में थी, तो जो शूट कर रहा था, वो बोला- रूको … अच्छे से शूट करने दो कि पैन्टी में कैसी लग रही है।
मैं ऊपर वाले से विनती कर रहा था कि ये सुनिता की बैंड बजा कर छोड़ दें, कहीं साले गांड मारने के शौकीन हुए तो मेरी गांड का बाजा बजने में देर नहीं लगेगी।
फिर वो पैन्टी के ऊपर से ही सुनिता को बाईट करने लगा और उसकी पैन्टी फाड़ अलग कर दी।
वो मुझसे बोला- अगर तू गाड़ी से नीचे भी उतरा, तो फिर तेरी जीएफ की खैर नहीं … अभी तो हम आराम से ठुकाई करेंगे … तूने चूँ-चपड़ की तो ठुकाई के साथ ठुकाई भी करेंगे।
मार पिटाई की बात सुनकर भी सुनिता डरी नहीं … वे सब जानवरों की तरह उसपे टूट पड़े। मैं कुछ भी नहीं कर पाया। मेरे सामने मेरी जीएफ को नंगी कर दिया। मुझे देख देख कर वे सब हंस रहे थे।
दो लड़के तो सुनिता के बूब्स चूसने में लगे थे। एक उसकी शेव्ड चुत को चाट रहा था। सुनिता झूठ मूठ में चिल्लाए जा रही थी कि जाने दो … प्लीज़ मत करो।
फिर एक उठा और अपना लंड उसके मुँह पर रख कर बोला- ले लंड चूस।
सुनिता लंड चूसने में बड़ी माहिर है, उसने मेरे सामने ही एक बार ग्रुप सेक्स में दो के लंड एक साथ चूसे थे। लेकिन अभी सुनिता ने मुँह नहीं खोला। तो उस लड़के ने सुनिता के बाल पकड़ कर खींचे और जैसे ही सुनिता ने चिल्लाने के लिए मुँह खोला, उसने पूरा का पूरा लंड उसके मुँह में पेल दिया। उसके मुँह में कई मिनट तक लंड अन्दर बाहर करने के बाद उसने बाहर निकाला, तो सुनिता ज़ोर ज़ोर से साँस लेने लगी।
इस पर एक हंस कर बोला- अभी तो अपने मुँह में 3 लंड और लेगी।
इतने में जो सुनिता की चुत चाट रहा था। उसने अपना लंड उसके मुँह में डाल दिया और जिसने सुनिता के मुँह में लंड डाल रखा था, वो उसकी टांगें चौड़ी करके बीच में बैठ गया। वो लड़का अपने लंड को सुनिता की चुत में डालने की तैयारी में था। उसने ज़ोर से झटका दिया, तो उसका आधा लंड सुनिता की योनि के अन्दर चला
गया था। सुनिता चिल्ला भी नहीं सकती थी क्योंकि एक लंड उसके मुँह में घुसा हुआ था। बड़े लंड के कारण सुनिता की आंखों से आंसू गिरने लगे। फिर उस लड़के ने अपने लंड को सुनिता के मुँह से बाहर निकाला।
अब सुनिता बोली- में नहीं सहन कर सकती … तुम्हारे सबके बहुत बड़े हैं … प्लीज़ रुक जाओ।
इतने में नीचे से लड़के ने एक करारा झटका दे मारा। उसका पूरा लंड सुनिता के अन्दर चला गया।
वो दर्द से चिल्लाई- उम्म्ह… अहह… हय… याह… उई माँ मर गई।
लेकिन उधर सुनिता की आवाज को सुनने वाला कोई नहीं था। फिर वो लड़का पूरा लंड पेल कर सुनिता के ऊपर लेट गया और ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा। पूरे 15 मिनट तक ज़ोर ज़ोर से चोदने के बाद वो झड़ गया। उसने अपना रस सुनिता की योनि के अन्दर ही छोड़ दिया।
फिर वो जैसे ही अलग हटा, दूसरा बोला- इसकी गांड बड़ी है … तो झटके देने में भी मज़े आएंगे।
वो भी सुनिता के ऊपर ही चढ़ गया। उसने अपने पैरों से सुनिता के पैर चौड़े किए और खुद बीच में आकर अपने लंड को उसकी चुत पर लगा कर झटका लगा दिया।
चूंकि सुनिता की योनि वीर्य से भरी थी, एकदम चिकनी थी, इसलिए एक ही झटके में पूरा लंड अन्दर घुस गया।
उधर सामने से जो कैमरा लेकर रिकॉर्ड कर रहा था, वो बोला- क्या झटका शूट किया है ना … मस्त मजा गया। सुबह ग्रुप में सबको ये झटका दिखाने पर सबका माल निकल जाएगा।
फिर वो लड़का भी 10-15 मिनट तक सुनिता को चोदने के बाद योनि में ही झड़ गया। अब दो और बचे थे। उन्होंने भी सुनिता को चोद लिया।
तब वो सब उसके पास आकर उसे चूमने लगे और कोई कहीं बैठ गया, तो कोई कहीं हो गया। मुझे लगा, अब ये हमें जाने देंगे। लेकिन कुछ ही देर में सबके लंड फिर से खड़े हो गए।
मैं समझ चुका था कि आज ये सब पूरी रात हमें नहीं जाने देंगे। मैंने सुनिता की तरफ देखा, वो मजा तो ले रही थी। लेकिन उसे भी ये गुमान नहीं था कि इस मस्ती में इतने बड़े बड़े लंड उसकी योनि और गांड का सत्यानाश करेंगे।
फिर एक ने सुनिता को घोड़ी की पोज़िशन में करके अपने लंड को उसकी गांड के छेद में लगाया और हल्का सा झटका दे दिया। उसके लंड का टोपा सुनिता की गांड में चला गया। इतने में ही सुनिता जोर से चिल्लाई। तभी दूसरे ने अपना लंड फट से उसके मुँह में डाल दिया। फिर झटके पे झटके लगने लगे और जो सुनिता की गांड मार रहा था, वो उसकी गांड के अन्दर ही झड़ गया। उसके हटते ही दूसरे ने उसकी जगह ले ली। अब वो अपने मूसल को सुनिता की गांड में डाल के गांड मारने में लग गया।
दूसरा मजे से सुनिता की गांड बजा रहा था। शायद सुनिता को भी अब दर्द नहीं हो रहा था तो वो मजे से लंड ले रही थी। सुनिता ने पहले भी ग्रुप सेक्स में अपनी गांड और योनि में एक साथ लंड के मजे लिए थे और इस बार भी वो यही सब सोच कर मेरे साथ आई थी।
तभी तीसरा उस गांड मारने वाले से बोला- रुक जरा।
गांड मारने वाला समझ गया। तीसरा सुनिता के नीचे लेट गया और उसको अपने ऊपर बैठा लिया। अपने लंड को एक ही बार में सुनिता की चुत में ठेला, तो उसका लम्बा लंड सुनिता की रसभरी योनि में गायब हो गया। अब सुनिता के दोनों छेदों में लंड घुसे थे। एक पीछे से उसकी गांड में लंड लगा कर झटका मार रहा था। उसका भी लंड अन्दर हो गया था। अब वो दोनों एक साथ सुनिता की गांड और योनि को ज़ोर ज़ोर से चोदने लगे।
सुनिता मोटे लंड के कारण दर्द से चिल्लाने लगी। इतने में पहले वाले ने अपना लंड सुनिता के मुँह में डाल दिया। इस तरह वो तीनों उसे एक साथ चोद रहे थे।
आधे घंटे तक चोदने के बाद सुनिता बेहोश सी हो गई थी।
वो बोले- चल तो … इसकी बेहोशी उड़ाते हैं।
पीछे वाले ने अपना लंड उसकी गांड में से निकाल कर उसकी चुत में लगा दिया और झटका मारने लगा।
उसका आधा लंड ही अन्दर गया था कि सुनिता की बेहोशी टूट गई। वो बोली- आह निकालो … मेरी फट जाएगी।
पर वो लगे रहे।
मेरी आंखों के सामने वो दोनों लंड अन्दर बाहर जा रहे थे। ये देख कर मेरा भी खड़ा हो गया था। शायद सुनिता को भी मजा आने लगा था। वो भी उन सबके रंग में मिल गई थी। वो अब चुपचाप अपनी योनि और गांड मरवा रही थी।
कुछ मिनट ठुकाई करने के बाद वो सब हट गए। सुनिता ऐसे सीधी लेट गई, जैसी कोई डेड बॉडी हो। वो इतनी देर की ठुकाई के बहुत थक गई थी। उन सभी का रस सुनिता की चुत और गांड से निकल रहा था।
तभी एक लड़के का फोन बजा, तो फोन उठा कर बोला- हम तो उस मंदिर वाली रोड से 10 किलोमीटर आगे हैं, यहां एक लड़की पकड़ ली थी, बस उसे ही चोद रहे थे।
उधर वाले ने बोला- भाई प्लीज़ मुझे भी चोदनी है।
तो ये बोला- तो आ जा … और जीतू को भी ले आना साथ में … वरना वो गालियां निकालेगा कि सबने अकेले अकेले चोद ली।
फिर क्या था। सुनिता की ठुकाई का कार्यक्रम जारी रहने का लगने लगा था।
अब सुबह के 5 बजे थे, दिन होने का थोड़ा सा उजाला हो गया था।
तभी उनके दो दोस्त भी वहीं आ गए। वो तो जैसे भूखे ही आए थे। बाइक को साइड में खड़ी कर उन दोनों ने अपने कपड़े उतारे और आकर सीधा नंगी पड़ी सुनिता के ऊपर चढ़ गए। सुनिता की आंख खुली तो उसने देखा कि दो और आ गए थे। वो आधी बेहोश सी थी।
उस नए लड़के ने सुनिता को चोदना स्टार्ट किया।
पहले वाला एक लड़का बोला- अरे तुम दोनों इसे एक साथ चोदो … बड़ा मजा देती है … तुम दोनों को बड़ा मज़ा आएगा।
ये सुनकर वो लड़का मुड़ा और उसने सुनिता को अपने ऊपर ले लिया ताकि सुनिता की गांड में दूसरे वाला लंड डाल सके।
सुनिता की गांड मराने की पोजीशन में किया ही था कि दूसरे ने भी अपना लंड सुनिता की गांड में डाल दिया। वे दोनों काफ़ी देर तक सुनिता को चोदते रहे। इसके बाद दोनों झड़ गए।
अब एकदम उजाला हो गया था, तो एक बोला- अब चलते हैं … इनको जाने दो।
इस पर एक बोला- यार, एक बार और चोदना है।
वो ये कहते ही सुनिता की नंगी योनि में लंड डाल कर उसे चोदने में लग गया। उसे देख कर एक सुनिता के पीछे से लग गया। दोनों ने दस मिनट तक ठुकाई का मजा किया … फिर दोनों ने एक एक करके सुनिता की चुत में लंड डाल कर ठुकाई करने लगे। फिर योनि में ही झड़ गए।
इसके बाद मुझसे बोला गया- अब ले जा भोसड़ी के अपनी जीएफ को।
जाते वक्त एक बोला- यदि किसी को बताया साले … तो ये वीडियो यू टयूब पर डाल देंगे।
वे सब धमकाते हुए वहां से चले गए।
मैं उठ कर सुनिता के पास गया। वो थकी सी उठते हुए मेरे गले से लग गई। मैंने उसको कपड़े … टी-शर्ट और पैन्ट पहनाई क्योंकि ब्रा पैन्टी तो उन्होंने फाड़ दी थी। फिर हम बाइक के पास पहुंचे और वहां से निकल गए।
मैंने सुनिता से पूछा- कैसा लगा?
सुनिता ने इतना ही कहा- मादरचोद बहुत बड़े लंड वाले थे और बहुत देर तक चोदा … साली गोली का असर भी खत्म हो गया था।
फिर कुछ देर बाद हम होटल में पहुंचे तो वो नहाने लगी। सुनिता एक घंटे तक नहाती रही। मैं भी अन्दर जाकर शावर के नीचे चला गया और उसे हग करके उस प्यार करने लगा।
मैंने उससे कहा- मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ सुनिता।
सुनिता मेरे गले से लग कर मुझे चूमने लगी। मैं उसको बेड पर ले आया और हम चिपक के सो गए।