आंटी को घोड़ी बनाकर चोदा
भतीजा आंटी की ठुकाई की इस हिंदी सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मेरी आंटी ने मुझे उत्तेजित करके अपनी वासना शांत की। अंकल आंटी को पूरी ठुकाई का मजा नहीं दे पाते थे। Sex story
मेरे प्यारे दोस्तो, मेरा नाम पिंटू है और मैं दिल्ली में रहता हूं। हमारे घर में मेरे मम्मा-पापा और अंकल आंटी रहते हैं। मैं अभी फाइनल ईयर में हूं। पापा और अंकल का बिज़नेस है।
बिज़नेस के सिलसिले में अंकल ज्यादातर बाहर ही रहते हैं।
इस भतीजा आंटी कहानी की नायिका मेरी आंटी हैं। अंकल-आंटी की शादी को अभी 8 महीने ही हुए हैं, आंटी का स्वभाव काफी मिलनसार है और मुझको तो वो ज्यादातर सभी बातें बताती हैं क्योंकि ज्यादातर मैं ही उनके पास रहता हूँ। उनका नाम निहारिका है और उनका फिगर तो बस ऐसा है कि जो देखे वो देखता रह जाये। Sex story
34″ साइज़ के बूब 28″ की कमर और 36″ साइज़ की गांड … मरे हुए का भी लण्ड खड़ा कर दे। Sex story
अब आप सभी लड़कियाँ और भाभियाँ अपनी अपनी चूत में उंगली करते हुए कहानी का मजा लें। कोई गलती हो तो मुझे सुझाव दें ताकि मैं आगे भी लिखने की कोशिश करता रहूँ।
मेरी एक गर्लफ्रेंड थी जिसके साथ अभी अभी मेरा ब्रेअकप हो गया था और इसी वजह से मैं उदास रहने लगा और आंटी से बातें करना भी कम कर दिया। घर के काम की वजह से आंटी ने भी कुछ नहीं पूछा।
लेकिन एक सुबह अंकल 3-4 दिन के लिये कहीं बाहर गये थे तो आंटी आज मेरे पास आई और मुझसे मेरी उदासी के बारे में पूछने लगी। Sex story
मैंने उन्हें अपने ब्रेअकप के बारे में सब बात दिया।
आंटी ने बोला- इसमें इतना उदास होने की क्या बात है?
मैंने आंटी को बताया आंटी उसके बिना मुझे अकेलापन महसूस हो रहा है।
आंटी ने बोला- ऐसा नहीं होत्ता है भतीजाजी … आप अकेले कहाँ हो? मैं भी तो हूँ आपके पास।
आंटी का ऐसा बोलना मुझे अजीब लगा पर मैंने उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया और मैंने आंटी को विश्वास दिलाया कि मैं उदास नहीं रहूँगा। Sex story
रात को मम्मी खाना खाकर सो गई थी और मैं और आंटी हॉल में टीवी देख रहे थे, तभी आंटी एकदम से मुझसे लिपट गयी। मैं कुछ समझ पाता, उसके पहले उन्होंने मेरे होठों से अपने होठों को लगा दिया और मुझे किस करने लगी। Sex story
अब मैंने उन्हें अपने से दूर किया और बोला- आंटी यह सब गलत है; मैं आपकी इज्जत करता हूँ, और आपके साथ ये सब नहीं कर सकता।
इस पर आंटी रोने लगी और बोली- तुम्हारे अंकल के पास मेरे लिये समय ही नहीं है, मैं कामवासना की आग में जलती रहती हूं। फिर भी मैंने कभी कुछ नहीं बोला। लेकिन आज जब मैंने तुम्हारे ब्रेअकप के बारे में सुना तो मुझे लगा कि हम दोनों एक दूसरे की जरूरत को पूरा कर सकते हैं, क्या मुझे सभी औरतों की तरह शारिरीक सुख लेने का कोई हक़ नहीं है? Sex story
यह बोल कर वो रोती हुई अपने कमरे में चली गईं।
अब मुझे आंटी पे दया और प्यार दोनों आ रहे थे। मैं सोचने लगा कि आंटी सही बोल रही हैं। और वैसे भी मेरा भी तो काम बन रहा था। यह सोचकर मैं उनके कमरे में चला गया।
आंटी उल्टी लेटी हुई थीं। मैं उनके पैरों के पास बैठ गया और धीरे धीरे उनके पैरों पे अपने होठों को रख कर चूमने लगा।
ऐसा करते ही आंटी सिहर गईं और उठकर बैठ गई।
मैंने उनसे माफ़ी मांगी और उन्होंने मुस्कुराते हुए अपने होठों को एक बार फिर मेरे होठों से जोड़ दिया। हम दोनों 15 मिनट तक एक दूसरे को चूमते रहे।
फिर मैंने उनकी साड़ी और पेटीकोट उतार दिया अब आंटी सिर्फ ब्रा और पेन्टी में थी। मैंने अपने भी सारे कपड़े निकाल दिये। अब मैं जन्मजात नंगा था। मैंने आंटी को सीधा लिटाया और खुद उनके पैरों के पास आ गया। Sex story
मैंने आंटी के पैरों के तलवे चाटने शुरु किये। आंटी तो बिना जल मछली की तरह तड़पने लगी। वो कमर उठा-उठा कर गर्म गर्म सासें ले रही थी। Sex story
अब आंटी से बरदाश्त नहीं हुआ और वो उठकर मुझे किस करने लगीं। आंटी मुझे ऐसे किस कर रही थी कि मुझे लगा कि मुझे खा ही जायेंगी। Sex story
तब मैं उनको किस करते हुए वापिस नीचे ले गया, लिटाते हुए उनके कान की लौ को चूमने लगा, उनकी गर्दन को चूमने चाटने लगा, नीचे सरकते हुए मैं उनके चूचों को मुख में भरकर चूसने लगा। आंटी की हालत खराब थी और उनके हाथ मेरे सिर पे थे। वो सिसकारियां ले रही थीं। Sex story
अब मैं धीरे धीरे नीचे सरकते हुए उनकी चूत पे आ गया, आंटी की चूत एकदम चिकनी थी। मैंने बिना पल गंवाये अपने होंठों को लगा दिया उनकी मस्त चूत से। मैं पूरी तसल्ली से आंटी की चूत को चूस रहा था और अपनी जीभ से आंटी की चूत को चोद रहा था। Sex story
आंटी की हालत पूरी तरह से खराब हो चुकी थी; आंटी चाहकर भी कुछ बोल नहीं पा रही थीं, उनकी मादक आवाजें बता रही थी कि आज उन्हें पूरा सुख मिल रहा है। Sex story
जब तक आंटी का पानी नहीं निकल गया तब तक मैं उनकी चूत चूसता रहा।
पानी निकलते ही आंटी निढाल होके बिस्तर पे गिर गईं।
कुछ देर बाद आंटी ने मेरा लण्ड अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगीं। लेकिन मैं अब आंटी को चोदना चहता था क्योंकि काफी देर से मेरा लण्ड खड़ा था और वैसे भी मुझे लण्ड चुसवाने में नहीं बल्कि चूत चूसने में मजा आता है। Sex story
अब मैंने आंटी के मुंह से लण्ड निकाला और उनकी चूत पे लगाकर घुसाने लगा तो आंटी बोली- ज़रा रुको भतीजा जी, मैं कंडोम चढ़ा देती हूँ आपके लंड पे! मैं अभी जिन्दगी में सेक्स का मजा लेना चाहती हूँ, अभी 2-3 साल मैं बच्चा नहीं करूंगी।
आंटी ने ड्राअर से कंडोम निकाला, उसे मुंह से फाड़ा और मेरे लंड पर चढ़ा दिया। Sex story
उसके बाद मैंने आंटी को बिस्तर पर लिटाया और उनके नंगे बदन के ऊपर आकर लंड को आंटी की चूत पर टिका कर झटका लगाया और लंड चूत के अंदर कर दिया। आंटी की आँखों में हल्के हल्के आंसू थे जो शायद खुशी के थे और मुँह पे कराह थी जो शायद काफी कम ठुकाई का नतीजा थी।
मैं आंटी को चोद रहा था और साथ साथ में आंटी को किस भी कर रहा था। आंटी के हाथ मेरी कमर पे थे जो मुझे अपनी तरफ खींचने की कोशिश कर रहे थे। Sex story
10 मिनट चोदने के बाद मैंने आंटी को घोड़ी बना कर चोदना शुरु कर दिया। बीच बीच में मैं लण्ड निकालकर आंटी की चूत को चूस लेता था। अब तक आंटी 2 बार झड़ चुकी थी और अब मैं भी झड़ने के करीब था तो मैंने तेज तेज झटके लगाने शुरु कर दिये और आंटी ने तो अपना चेहरा तकिये में दबा लिया था और उनके मुख से गूँ-गूँ की आवाजें आ रही थीं। Sex story
कुछ ही देर में हम दोनों अपने चरम पे पहुँच गए और झड़ गए। आंटी निढाल होकर नीचे और मैं आंटी के ऊपर।
थोड़ी देर बाद हम उठे और आंटी ने मुझे किस करके बोला कि आज मैंने उन्हें सबसे बड़ी खुशी दी है उनके जीवन की।
उस रात हमने 3 बार सेक्स किया।
और अब तो हम भतीजा आंटी जब चाहे सेक्स कर लेते हैं
आपको भतीजा आंटी की ठुकाई की यह कहानी कैसी लगी? आप मुझे बताएं।