हॉट चाची की बेटी को घोड़ी बनाकर चोदा
मेरी कजिन सेक्स कहानी में पढ़ें कि कैसे मैंने अपने चाचा की हॉट जवान बेटी की कुंवारी बुर की ठुकाई की। वो 22 साल की थी और एकदम गदराये जिस्म की थी। Sex story
दोस्तो, मेरा नाम आदर्श है। मैं रायपुर का रहने वाला हूं। मेरी उम्र 25 साल है। मेरे लंड का आकार काफी बड़ा है। मेरा लंड 7।5 इंच लम्बा और करीब 3 तीन इंच मोटा है।
मेरी पिछली सेक्स कहानी
सगी भाभी की चोदाई
आपने पढ़ी होगी।
आज मैं आप लोगों को आज अपने साथ हुई एक सच्ची घटना के बारे में बताने जा रहा हूं। आशा करता हूं कि आप लोगों को मेरे साथ हुई ये कजिन सेक्स कहानी पढ़ने में मजा आयेगा। Sex story
रायपुर में मेरे चाचा का घर हमारे घर के पास ही है और उनके घर में तीन बेटी और एक लड़का है। मैं आपको एक बार अपनी तीनों कजिन के बारे में बता देता हूं।
उनकी सबसे बड़ी बेटी का नाम पूजा है जो मुझसे एक साल बड़ी है और उसकी 6 महीने पहले ही शादी हो चुकी है।
मेरी दूसरी कजिन का नाम तन्वी है लेकिन सब उसे तनु कहकर ही बुलाते हैं। तनु की उम्र 22 साल है। वो बहुत ही खूबसूरत है। उसका फिगर कुछ 34-28-36 का होगा। एकदम गदराया हुआ बदन है तनु का।
उसके सीने पर आम के आकार के दो चूचे ऐसे लगे हुए हैं जिनको देख कर उनको बस दबाने और पीने का मन कर जाता है।
तीसरी कजिन का नाम है सुमति। सुमति की उम्र 20 साल है। वो अभी अभी जवान हुई है लेकिन वो तन्वी से भी ज्यादा खूबसूरत दिखती है उसके चूचे थोड़े छोटे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा उसकी तरफ आकर्षित करने वाली चीज उसकी गांड है। Sex story
उफ्फ्फ… क्या गांड है, बहुत ही मस्त। जब वो अपनी गांड को मटका कर चलती है तो किसी का लौड़ा भी सांप की तरफ फनफना जाये उसकी गांड के बिल में घुसने के लिए।
मेरे चाचा का सबसे छोटा बेटा है कामेश जिसकी उम्र सुमति से करीब पांच साल कम है अभी।
यह कजिन सेक्स कहानी मेरे और तन्वी के बीच हुई ठुकाई के बारे में है। यानि कि मैं और मेरे चाचा की बीच वाली लड़की। मेरी कजिन काफी खुले मिजाज वाली है और सबसे घुल मिल कर रहती है। हर वक्त हंसी मजाक करती रहती है। Sex story
चूंकि मैं भी थोड़ा सा मजाकिया किस्म का बंदा हूं तो मेरी और तन्वी की काफी बनती है। यह घटना आज से करीब सात महीने पहले की है। यानि कि चाचा की बेटी पूजा की शादी के ठीक एक महीना पहले की। Sex story
पूजा की शादी फिक्स हो गयी थी और घर में शादी की तैयारियां चल रही थीं। यहां तक कि शादी के कार्ड भी बांटने शुरू कर दिये थे हम लोगों ने। कार्ड बांटने के काम में मैं भी उन लोगों की मदद कर रहा था।
एक तरफ चाचा जी कार्ड बांटने जा रहे थे तो दूसरी तरफ मैं बाकी की रिश्तेदारियों में कार्ड बंटवाने जा रहा था।
मेरी कजिन तन्वी ने कहा कि उसे भी उसके दोस्तों के यहां कार्ड बांटने के लिए जाना है।
चाचा ने अपनी बेटी तन्वी से कहा- तुम आदि को ले जाओ अपने साथ।
मैं और मेरी कजिन तन्वी दोनों साथ में जाने के लिए तैयार हो गये। दोपहर के करीब तीन बजे मैं और तन्वी कार्ड बांटने के लिए निकल गये। Sex story
तन्वी ने उस दिन जीन्स व फुल टाइट टॉप पहना था। उस दिन तो वो एकदम माल लग रही थी और उस दिन ही मैंने अपनी कजिन को पहली बार सेक्स भरी गंदी नजर से भी देखा था।
बाइक पर बैठे हुए वो बिल्कुल मेरे पास चिपक कर बैठी थी जिससे उसके चूचे मेरी पीठ से टकरा रहे थे।
उसके चूचों के टकराने की वजह से मेरा लंड खड़ा हो गया था। मुझे भी मजा आ रहा था जब उसके चूचे मेरी पीठ के साथ सट रहे थे। हम लोग ऐसे ही बातें करते हुए जा रहे थे। Sex story
जब कभी स्पीड ब्रेकर आता तो मैं जान बूझ कर ब्रेक नहीं लगाता था। इस वजह से उसके चूचे मेरी पीठ से बिल्कुल सट जाते थे। वो एकदम मेरी पीठ से चिपक जाती थी।
मेरी कजिन भी शायद इस बात को समझ रही थी कि मैं जानबूझ कर ब्रेक नहीं लगा रहा हूं। वो कुछ नहीं बोल रही थी। थोड़ी ही देर के बाद हम लोग रायपुर शहर में पहुंच गये। हम लोगों ने उसके दोस्तों के यहां पर शादी के कार्ड दिये और उसके बाद शाम के करीब 7 बजे हम लोग वापस आने लगे। Sex story
आते हुए भी मैंने वैसा ही किया। उसके चूचों को अपनी पीठ से सटाये रखा। मेरा लंड पूरे रास्ते भर तना रहा। मुझे तो मजा आ रहा था लेकिन रास्ते भर उसने भी कुछ नहीं कहा। हम आठ बजे के करीब घर वापस पहुंच गये।
अगले दिन मुझे और मेरी कजिन को रायपुर से दूर पालदा जाना था। पालदा में तन्वी की दो सहेलियां रहती थीं। वो उसकी काफी खास सहेलियां थीं। तन्वी मुझे ही उसके साथ चलने के लिए कहा। Sex story
अगले दिन हम सुबह के वक्त ही निकल गये थे क्योंकि हमें काफी दूर जाना था।
यहां पर मैं बता दूं कि रायपुर और पालदा के बीच में कुछ दूरी का सुनसान इलाका पड़ता है। गाड़ियां तो चलती रहती हैं लेकिन बिल्कुल ही न के बराबर चलती हैं। हम दोनों उसी इलाके से गुजर रहे थे। Sex story
जब हम घर से निकले थे तभी से मुझे मेरी कजिन का मिजाज कुछ बदला हुआ सा लग रहा था। आज मुझसे कुछ ज्यादा ही सट कर बैठी हुई थी। इससे पहले दिन जब हम रायपुर गये थे तो उसने बाइक पर जाते हुए उसने अपने हाथ मेरे कंधे पर रखे हुए थे लेकिन आज वही हाथ उसने मेरी कमर पर रखे हुए थे।
मैं भी इस बात को सोच कर काफी उत्तेजित हो रहा था। उसका सिर भी मेरे कंधे पर रखा हुआ था। वो बिल्कुल ऐसे चिपक कर बैठी हुई थी जैसे एक प्रेमिका अपने प्रेमी से चिपक कर बैठी हुई होती है। मेरा लंड भी उसके चूचों के बारे में सोच कर और उसके चूचों के टच होने के कारण तना हुआ था। Sex story
आज मैंने एक बात और नोटिस की थी कि जब भी बाइक का ब्रेक लगता था तो तन्वी बिल्कुल मेरे बदन से और ज्यादा चिपक जा रही थी। जैसे तैसे करके हम लोग पालदा में कार्ड देने के बाद वापस आते हुए रायपुर पहुंच गये।
हम लोग सुबह से ही निकले हुए थे इसलिए हमें भूख लग रही थी। इधर तन्वी ने कहा कि जब शहर आये हैं तो शॉपिंग भी कर लेते हैं। मैंने उसकी बात मान ली। मगर मैंने कहा कि पहले कुछ खा लेते हैं और उसके बाद हम शॉपिंग कर लेंगे। Sex story
वो भी मेरी बात को मान गयी।
मेरी कजिन ने कहा कि पास में ही दोस्त का रूम है। वहां पर चल कर थोड़ी देर आराम कर लेते हैं। मैं थकी हुई सी हूं।
मैंने भी कह दिया कि सुबह से बाइक चला कर मैं भी थक गया हूं। हम दोस्त के रूम पर ही कुछ खाने का सामना मंगवा लेंगे।
उसने भी इस बात से इनकार नहीं किया।
दोस्त को फोन करके उसने अपनी दोस्त के कमरे की चाबी मंगवा ली। चाबी को लकर हम लोग उसकी दोस्त के रूम पर चले गये। कमरे पर पहुंच कर हम लोगों ने खाना ऑर्डर कर दिया। उसके बाद दोनों फ्रेश होने लगे। जब मैं हाथ-मुंह धोकर बाहर निकला तो वो आइने के सामने अपने बालों को संवार रही थी। Sex story
उस समय मेरी कजिन देखने में काफी हॉट लग रही थी जैसे किसी फिल्म की नायिका खुद को किसी सीन के लिए तैयार कर रही हो। Sex story
पता नहीं मेरे मन में एकदम से एक तूफान सा उठा। उसको देख कर मेरा लंड तन गया और मैंने पीछे से जाकर उसको अपनी बांहों में भर लिया। मेरे हाथ सीधे उसके चूचों पर चले गये। जब तक वो संभल पाती मेरे हाथों ने उसको चूचों को कई बार दबा दिया था।
तन्वी एकदम से आगे होकर बोली- ये क्या कर रहे हो आदि? मैं तुम्हारी बहन के जैसी हूं। ये सब गलत है।
मैंने कहा- बहन के जैसी हो। बहन तो नहीं हो। वैसे भी मैं तुम्हें बहुत पसंद करने लगा हूं। Sex story
ये कह कर मैं दोबारा से आगे बढ़ गया। मैंने उसकी गर्दन को पकड़ लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख कर उनको चूसने लगा। वो दोबारा से पीछे हटी। वो हैरानी से मेरी तरफ देख रही थी। उसने मेरी आंखों में देखा और फिर मेरी पैंट में तने हुए मेरे लंड को देखा। Sex story
उसके बाद मैंने दोबारा से उसको अपनी तरफ खींचा और उसके होंठों का रस पीने लगा। अब रिश्ते की मर्यादा को भूल कर उसने भी मेरा साथ देना शुरू कर दिया। मैं जानता था कि हवस तो उसके अंदर भी भरी हुई थी लेकिन वो बस दिखावा कर रही थी दूर हटने का। Sex story
हम दोनों कजिन सेक्स से पागल होकर एक दूसरे को किस कर रहे थे। मेरे हाथ उसकी गांड को दबा रहे थे। पांच मिनट तक ऐसे ही एक दूसरे को हमने चूसा और फिर दरवाजे की बेल बजी। हम अलग हो गये और दरवाजा खोला तो खाना आ गया था। डिलीवरी बॉय खाना देकर वापस चला गया। Sex story
मैंने खाने को टेबल पर एक तरफ रख दिया क्योंकि अभी खाने की नहीं बल्कि हवस की भूख लगी हुई थी। मैंने वापस उसके पास जाकर उसके कपड़ों को उतारना शुरू कर दिया। अगले दो मिनट में वो ब्रा और पैंटी में ही मेरे सामने खड़ी थी। Sex story
उसके कपड़ों को उतारने के बाद मैंने भी फटाफट अपने कपड़े उतार डाले और सिर्फ मैं अंडरवियर में आ गया था। मेरा सात इंच से ज्यादा का लंड मेरे अंडरवियर से बाहर आने के लिए जैसे तड़प रहा था। उसने मेरे अंडरवियर को एकदम से उठा रखा था।
मैं तन्वी के पास गया और मैंने उसको गोद में उठा कर पास ही बेड पर पटक दिया और उसके ऊपर चढ़ गया। उसको किस करते हुए उसकी ब्रा को उतारने लगा। मेरे अंदर इतनी हवस जाग चुकी थी कि जल्दी से जल्दी मैं उसको पूरी तरह से नंगी कर देना चाह रहा था। लेकिन उसके ब्रा के हुक नहीं खुल रहे थे।
जब ब्रा उतरने में देर होती दिखी तो मैंने जोश में आकर उसकी ब्रा को खींच कर फाड़ दिया और उसके चूचों को नंगे कर दिया। उसके आम जैसे चूचे एकदम से बाहर आ गये। मैं उनको देख कर पगला गया और उन पर टूट पड़ा। Sex story
जल्दी से मैंने उसके एक चूचे को मुंह में भर लिया और दूसरे को अपने हाथ से दबाते हुए पहले वाले को चूसने लगा। वो भी दो मिनट के अंदर ही सिसकारियां भरने लगी थी। फिर मैंने दूसरे चूचे को मुंह में भरा और पहले वाले को हाथ से दबाने लगा।
मेरी कजिन सेक्स की आग से जल रही थी, अब और ज्यादा गर्म हो गयी थी और मेरी पीठ को सहलाते हुए अपने चूचों को चुसवाने का मजा ले रही थी। कुछ देर तक उसके चूचों को पीने के बाद मैंने उसकी पैंटी पर हाथ लगाया तो वो गीली हो चुकी थी। मैंने उसकी पैंटी को निकाल दिया। Sex story
जब मैंने अपनी कजिन की बुर को देखा तो देखता ही रह गया। मस्त बुर थी साली की। उसकी बुर पर छोटे-छोटे बाल थे। उसकी बुर पूरी तरह से गीली हो चुकी थी। करीब 10 मिनट तक उसकी बुर चूसता रहा मैं और वो अपने हाथों से मेरा सिर उसकी बुर पर दबाये जा रही थी। Sex story
थोड़ी देर में उसकी बुर ने रस छोड़ दिया जो मैं सारा का सारा पी गया। उसका टेस्ट कुछ अजीब सा नमकीन सा था लेकिन हवस की आग में सब अच्छा लग रहा था। Sex story
उसके बाद मैं खड़ा हो गया। तन्वी मेरे सामने बेड पर पूरी नंगी पड़ी हुई तड़प रही थी और जोर से हांफ रही थी। उसके बाद मैंने अपने लंड को भी आजाद कर दिया। मैंने अपना अंडरवियर उतार कर एक तरफ फेंक दिया और उसकी गीली बुर पर अपना चिकना हो चुका लौड़ा लगा कर उसकी बुर में धक्का दे दिया। Sex story
तन्वी की चीख निकली- मम्माह उम्म्ह … अहह … हय … ओह … मर गई!
मेरी कजिन बहन की सील पैक बुर में लंड गया तो मजा आ गया। उसकी बुर काफी टाइट थी। मैं ज्यादा जल्दबाजी नहीं कर रहा था। बल्कि धीरे-धीरे उसकी बुर को चोद रहा था। वो भी अब दोबारा से सिसकारियां लेने लगी थी। Sex story
मैंने धक्के थोड़े तेज किये तो वो उछल जाती थी। उसको शायद दर्द हो रहा था। मगर अभी तक केवल आधा लंड ही उसकी बुर में घुसाया था मैंने। मैं उसकी बुर में पूरा लंड घुसाना चाह रहा था। Sex story
थोड़ा सा मौका देख कर मैंने एक जोर का धक्का मारा तो उसकी चीख निकल गई और वो मुझे वापस धकेलने लगी। Sex story
बोली- वापस निकालो यार, बहुत दर्द हो रहा है।
मगर मैं तो जैसे जन्नत में पहुंच गया था। अब लंड को बाहर निकालना संभव नहीं था। मैं उसके ऊपर लेट गया और उसके होंठों को चूसने लगा। मैंने पूरा लंड उसकी बुर में घुसा दिया था।
पांच मिनट के बाद उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने अपना लन्ड अंदर बाहर करना चालू कर दिया। थोड़ी देर बाद उसे भी मजा आने लगा और वो भी सिसकारियों के साथ मजे लेने लगी।
आहहह … याहह् … ओहह्ह … करते हुए हम दोनों ही कजिन सेक्स का मजा लेने लगे। Sex story
वो बोली- और जोर से आदि… बहुत मजा आ रहा है। फाड़ डालो मेरी बुर को।
मैंने भी उसको गाली देते हुए कहा- हां रंडी, आज मैं तेरी बुर को चोद कर इसका भोसड़ा बना दूंगा। बहुत खुजली हो रही थी तेरी बुर में।
वो बोली- हां, आज इसकी सारी खुजली मिटा दो यार… आह्ह … चोदो, और जोर से चोदो … अपने चाचा की जवान बेटी की ठुकाई करो! Sex story
मैं तेजी से उसकी बुर को चोदने लगा। वो भी अब गांड उठा कर चुदने लगी थी। करीब 15 मिनट की ठुकाई के बाद मैंने अपना सारा वीर्य उसकी बुर में ही निकाल दिया।
सारा वीर्य उसकी बुर में भर कर मैं उसके ऊपर निढाल होकर लेट गया। थोड़ी देर तक ऐसे ही पड़ा रहा मैं। थोड़ी देर के बाद मैं उठा और फ्रेश होने के लिए चला गया। Sex story
वापस आने के बाद मैंने उससे भी फ्रेश होने के लिए कहा तो वो बोली- मुझसे चला नहीं जा रहा है।
फिर मैं ही उसको उठा कर बाथरूम में ले गया और उसकी साफ-सफाई की। उसको नहलाया और साफ किया।
बाहर आने के बाद मैं बोला- चलो, अब जल्दी से तैयार हो जाओ। हम लोगों को घर के लिए भी निकलना है। हम फिर खाना खाकर वहां से निकल गये। मैंने रास्ते में उसको गर्भ निरोधक गोली खिला दी। Sex story
तो दोस्तो, इस तरह से मैंने और मेरी कजिन ने सेक्स का मजा लिया।
आपको मेरी यह कजिन सेक्स कहानी कैसी लगी इसके बारे में अपने विचार जरूर बतायें। मुझे आपको मैसेज का इंतजार रहेगा। नीचे दी गई मेल आईडी आप पर मेल जरूर करें और चाचा की जवान बेटी की ठुकाई की कहानी पर कमेंट करके भी अपनी प्रतिक्रिया दें। आप मुझे बताएं कि क्या आप भी कजिन सेक्स पसंद करते हैं?sex story
मैं अपनी अगली सेक्स कहानी लेकर जल्दी ही आऊंगा।
धन्यवाद।