सफेद नाइटी वाली टीचर पार्ट 2 सफेद नाइटी वाली टीचर पार्ट 1 विवेक की आंखें खुलीं तो कमरा अंधेरे में डूबा था। कल रात अनुजा मैडम और रचना मैम के साथ जो कुछ हुआ, उसकी गर्मी अब भी बदन में तैर रही थी। वो चादर में अकेला था, लेकिन गंध अब भी वही थी — नाइटी की, पसीने की, और गीले बदन की। मोबाइल की नोटिफिकेशन जल उठी — "Club meeting tonight – final deal. Be ready." नीचे सिर्फ एक नाम था: "Rohit Sir." कॉलेज लाइब्रेरी का हेड, शांत, गम्भीर, और आँखों में एक गहराई — जिसे विवेक ने कभी पढ़ा नहीं था। शाम को कॉल आया: “अगर बाहर निकलना है, तो क्लब के नियम पूरे करने होंगे। आज रात मेरी बारी है।” विवेक ने कांपते हुए पूछा, “मतलब… मेरे साथ?” “हाँ, लड़के… तेरे जिस्म में बहुत कुछ है, जो अब तक सिर्फ औरतों ने चखा है। अब मेरी बारी है।” जब विवेक कमरे में पहुंचा, तो पहले से अनुजा और रचना वाइन पी रही थीं — दोनों अब ब्लैक नाइटी में थीं। कमरा मोमबत्तियों की रोशनी में था। एक कोने में रोहित सर बैठकर किताब पढ़ रहे थे — लेकिन उनकी आँखें विवेक पर जमी थीं। अनुजा बोली: “आज तू आज़ाद हो सकता है… लेकिन उसके लिए तुझे ख...